नई दिल्ली, 25 दिसंबर 2024: भारतीय राजनीति के महान नेता और भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली की संस्था “एक्ट एंड फैक्ट” ने एक नया इतिहास रचते हुए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर देशभर से 40 कवियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में श्री वाजपेयी जी की याद में “हमारे अटल” नामक एक विशेष काव्य संग्रह का लोकार्पण भी किया गया, जिसे 40 प्रमुख कवियों ने लिखा है।
काव्य संग्रह “हमारे अटल”
यह काव्य संग्रह “हमारे अटल” श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन और कार्यों पर आधारित मौलिक रचनाओं का संग्रह है। इन रचनाओं में श्री वाजपेयी जी की राजनैतिक उपलब्धियाँ, उनके व्यक्तित्व की महानता, उनके विचार और देशभक्ति के भावों को काव्य के माध्यम से अभिव्यक्त किया गया है। इस संग्रह में देशभर के 40 प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी कविताओं के जरिए अटल जी की जीवंत छवि को चित्रित किया है। काव्य संग्रह का उद्देश्य न केवल अटल जी के योगदान को स्मरण करना है, बल्कि नई पीढ़ी को उनके विचारों और दृष्टिकोण से भी अवगत कराना है।
विश्व रिकॉर्ड
यह कार्यक्रम सिर्फ एक यादगार आयोजन नहीं था, बल्कि एक ऐतिहासिक घटना भी थी। दरअसल, यह विश्व में पहला अवसर है जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री के जन्म शताब्दी वर्ष पर उनके सम्मान में इतना बड़ा काव्य संग्रह समर्पित किया गया हो। इस संग्रह में अटल जी पर आधारित 40 कवियों की मौलिक हिंदी रचनाएँ शामिल हैं, जो दुनिया भर में एक अनूठे उदाहरण के रूप में प्रस्तुत की गई हैं। इस प्रकार यह कार्यक्रम न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और साहित्य को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने की एक मिसाल भी बन गया।
कार्यक्रम का आयोजन और प्रमुख अतिथि
यह भव्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के राजेन्द्र भवन सभागार में आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी, राजनेता और समाजसेवी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री आदेश गुप्ता, पूर्व महापौर उत्तरी दिल्ली नगर निगम, और जैन आध्यात्मिक गुरु सुश्री साध्वी दीप्ति जी महाराज ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री अनुज शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी, और डॉ. प्रकाश झा, वरिष्ठ रंगकर्मी, रहे। प्रमुख अतिथि के तौर पर समाजसेवी श्री ललित उपाध्याय ने भी कार्यक्रम को अपनी उपस्थिति से गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता और श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित करने और तुलसी पूजन से हुई। इसके बाद “हमारे अटल” कविता संग्रह का विधिवत लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से अटल जी की काव्यात्मक और साहित्यिक महानता का गुणगान किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने अटल जी के विचारों को जीवन में उतारने और उनके योगदान को देशभर में फैलाने का संकल्प लिया।
स्मरणीय क्षण
यह आयोजन न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने भारतीय राजनीति और संस्कृति में अटल जी के योगदान को भी उजागर किया। उनके विचार, उनकी शांति प्रिय राजनीति, और उनके योगदान को काव्य रूप में प्रस्तुत करना किसी भी राष्ट्र के लिए अपने महान नेताओं की जयंती को याद करने का एक अनूठा तरीका है।
“हमारे अटल” काव्य संग्रह न केवल उनके जीवन के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा। इस संग्रह में अटल जी के काव्यात्मक दृष्टिकोण और उनके अद्वितीय व्यक्तित्व की गहरी छाप देखने को मिलती है। उनके योगदान को याद करना और उनके विचारों को फैलाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था, जो न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देशभर में चर्चा का विषय बन गया।
इस ऐतिहासिक आयोजन ने भारतीय साहित्य और संस्कृति में एक नई मिसाल कायम की है और यह निश्चित रूप से अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर एक यादगार और प्रेरणादायक क्षण रहेगा।